सूरजपुर में हाईब्रिड धान के नाम पर ठगी, पान ठेलों तक बिक रहा घटिया बीज, कृषि विभाग मौन

Fraud in the name of hybrid rice in Surajpur, poor quality seeds being sold even at paan carts, agriculture department silent

 

सूरजपुर कौशलेन्द्र यादव ।मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन और पारदर्शिता के दावों को सूरजपुर का कृषि विभाग पलीता लगा रहा है। जिले में किसानों को हाईब्रिड धान के नाम पर घटिया बीज थमाया जा रहा है, और यह ठगी पान ठेलों व चाय दुकानों तक बेधड़क फैल चुकी है। किसान अपनी सालभर की मेहनत बाजारू लालच में गवां रहे हैं, और विभाग तमाशबीन बना बैठा है।

मानसून की शुरुआती बारिश के साथ किसान खेतों में जुट गए हैं। बेहतर उत्पादन की उम्मीद में वे हाईब्रिड बीजों की ओर रुख कर रहे हैं, लेकिन उन्हें नकली और लोकल बीज ऊंचे दामों में थमाए जा रहे हैं – वो भी बिना बिल, बिना गारंटी। दुकानदार हाथ से लिखी पर्ची थमा देते हैं, और फसल खराब होने पर पल्ला झाड़ लेते हैं।

पड़ताल में खुलासा हुआ कि बीजों के नाम पर मोटा कमीशन खेल चल रहा है। ब्रांडेड थैलों में घटिया बीज भरकर बेचा जा रहा है। कई दुकानदारों ने माना कि कंपनियों के सुपरवाइजर से डील होती है, और विभाग भी आंख मूंदे बैठा है। जिले के रामानुजनगर, प्रेमनगर सहित कई क्षेत्रों में बिना अनुमति दुकानें बीज बेच रही हैं।
किसानों का आरोप है कि विभाग की लापरवाही और भ्रष्टाचार की वजह से ये गोरखधंधा साल दर साल बढ़ता जा रहा है। बिना बिल के किसान ठगे जाते हैं और शिकायत का हक भी खो बैठते हैं।
अब सवाल यह है कि क्या कृषि विभाग इस लूट को रोकने कोई ठोस कदम उठाएगा?स्थानीय लोगों की मांग है कि अवैध बिक्री पर तत्काल कार्रवाई हो, गुणवत्ता की जांच हो और किसानों को जागरूक किया जाए, वरना मुख्यमंत्री का सुशासन सिर्फ नारों तक ही सिमट कर रह जाएगा।

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