सुभाष चौक अतिक्रमण मुक्त,व्यापारियों के सहयोग से शांतिपूर्ण रही प्रशासनिक कार्रवाई:सुरजपुर

Subhash Chowk encroachment free, administrative action was peaceful with the cooperation of traders: Surajpur

 

 

सूरजपुर/कौशलेंद्र यादव: । नगर के हृदय स्थल सुभाष चौक से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को आज उस समय सहज विराम मिल गया, जब अधिकांश दुकानदार स्वयं ही प्रशासनिक अमले के साथ सहयोग करते हुए आगे आए और अपनी दुकानें खाली कर दीं। चार दिनों से चल रही इस कार्रवाई को लेकर नगर में हलचल थी, लेकिन रविवार को सुबह जैसे ही प्रशासन ने जेसीबी मशीनों के साथ मोर्चा संभाला, तब तक कई दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें खाली कर चुके थे, जिससे प्रशासन को अपेक्षित सख्ती नहीं बरतनी पड़ी। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के हालिया सूरजपुर प्रवास के दौरान भैयाथान रोड पर उनके काफिले को जाम में फंसना पड़ा था। इसके बाद जिला प्रशासन ने सुभाष चौक से लेकर परी हैलीपेड तिराहा तक यातायात को व्यवस्थित करने का निर्णय लिया। इसी क्रम में नगर पालिका ने 28 मई को सुभाष चौक के दोनों ओर अतिक्रमण कर व्यापार कर रहे दुकानदारों को नोटिस जारी करते हुए 30 मई तक दुकानें हटाने की अंतिम चेतावनी दी थी।प्रशासनिक कार्रवाई के पूर्व दुकानदारों ने जनप्रतिनिधियों से सहयोग की अपील की, परंतु जब कहीं से कोई ठोस पहल सामने नहीं आई तो अधिकांश व्यापारियों ने दुखी मन से स्वेच्छा से दुकानें खाली कर दीं। रविवार सुबह प्रशासन ने सुभाष चौक से जेसीबी मशीनों के जरिए अतिक्रमण हटाने की शुरुआत की, लेकिन पहले से सहयोग कर रहे व्यापारियों के चलते यह अभियान अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रहा। इस दौरान एसडीएम शिवानी जायसवाल, तहसीलदार समीर शर्मा, राजस्व अमला, नगर पालिका की टीम व पुलिस बल मौजूद रहे। नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती कुसुमलता राजवाड़े ने शनिवार को सुभाष चौक से भैयाथान रोड तक पैदल भ्रमण कर व्यापारियों को विस्थापन को लेकर समुचित व्यवस्था और समर्थन का भरोसा दिलाया।‌ गौरतलब है कि पहले सड़क चौड़ीकरण के लिए 30-30 फीट की सीमा तय की गई थी, लेकिन व्यापारी संगठनों के आग्रह और प्रशासन से हुई सकारात्मक चर्चा के बाद इसे घटाकर 25-25 फीट किया गया, जिससे आमजन को भी राहत मिली है।अंततः यह कहा जा सकता है कि बीते चार दिनों से नगरवासियों और व्यापारियों के मन में चल रही आशंकाओं का आज शांतिपूर्ण समाधान हुआ। अतिक्रमण हटाने की इस प्रशासनिक पहल में व्यापारियों की सहभागिता ने इस अभियान को एक सकारात्मक मोड़ दिया है

सुभाष चौक अतिक्रमण मुक्त,व्यापारियों के सहयोग से शांतिपूर्ण रही प्रशासनिक कार्रवाई

: सुभाष चौक पर वर्षों से काबिज लगभग 36 दुकानदारों के लिए यह स्थान न केवल व्यवसायिक था, बल्कि उनके जीवनयापन का एकमात्र आधार भी था। सड़क के किनारे संचालित ये दुकानें, जहां एक ओर ट्रैफिक जाम की बड़ी वजह बनी हुई थीं, वहीं दूसरी ओर अनेक परिवारों की आजीविका का केंद्र थीं। रविवार को जब जेसीबी मशीनों ने इन अतिक्रमणों को हटाया, तो कई दुकानदारों के सामने रोज़गार का संकट खड़ा हो गया।अब यह मांग जोर पकड़ रही है कि इन दुकानदारों को नगर पालिका द्वारा संचालित या उसके नियंत्रण में उपलब्ध किसी स्थान पर व्यवस्थित रूप से विस्थापित किया जाए। कई प्रभावित व्यापारी अब जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से यही अपेक्षा कर रहे हैं कि उन्हें राहत प्रदान की जाए और नई जगह दी जाए जहां वे पुनः अपने व्यवसाय को शुरू कर सकें।

इस मुद्दे को लेकर सियासी हलकों में भी चर्चा तेज है। कुछ स्थानीय नेताओं ने विस्थापन की मांग को जायज ठहराते हुए पहल का भरोसा दिलाया है, जबकि नगर पालिका स्तर पर इस संबंध में अब तक कोई स्पष्ट योजना सामने नहीं आई है। व्यापारियों का एक वर्ग प्रशासन से सहयोग की उम्मीद करते हुए यह भी कह रहा है कि यदि व्यवस्थित पुनर्वास की दिशा में कदम नहीं उठाए गए, तो इससे जन असंतोष गहराने की आशंका है।

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