किसानों के लिए आई खुशखबरी, समय से पहले देश में दस्तक देगा मानसून; जानिए मौसम विभाग का अपडेट
Good news for farmers, monsoon will arrive in the country before time; Know the update of Meteorological Department

मानसून भारतीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा
जानकारी दें कि देश की 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की जीवनरेखा मानसून, भारत को खेतों को पानी देने और जलभृतों और जलाशयों को रिचार्ज करने के लिए आवश्यक लगभग 70% बारिश प्रदान करता है।
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Monsoon Alert: किसानों के लिए आई खुशखबरी, समय से पहले देश में दस्तक देगा मानसून; जानिए मौसम विभाग का अपडेट
मानसून को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को बताया कि इस साल मानसून समय से 5 दिन पहले ही दक्षिणी तट पर दस्तक देगा। मानसून का समय से पहले किसानों के लिए राहत की खबर है। र्मियों की बारिश आमतौर पर 1 जून के आसपास केरल राज्य के सबसे दक्षिणी तटों पर शुरू होती है।
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Edited By: Abhinav Tripathi
Updated: Sat, 10 May 2025 05:20 PM (IST)
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27 मई तक मानसून देगा दस्तक। (फाइल फोटो)
HighLights
समय से 5 दिन पहले भारत में मानसून देगा दस्तक।
हर साल 1 जून के करीब भारत में आता है मानसून।
रॉयटर्स नई दिल्ली। देश भर के किसानों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। मानसून के निर्धारित समय से कम से कम पांच दिन पहले आने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि मानसून की बारिश भारत के दक्षिणी तट पर 27 मई को होने की उम्मीद है।
मानसून के पहले आने से चावल, मक्का और सोयाबीन जैसी फसलों की बंपर पैदावार की उम्मीद बढ़ गई है। प्रत्येक साल मानसून 1 जून को दक्षिणी तट पर आता है जो पूरे देश में 10 जुलाई के करीब पहुंचता है।
मानसून भारतीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा
जानकारी दें कि देश की 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की जीवनरेखा मानसून, भारत को खेतों को पानी देने और जलभृतों और जलाशयों को रिचार्ज करने के लिए आवश्यक लगभग 70% बारिश प्रदान करता है।
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भारत की करीब आधी खेती योग्य भूमि बिना किसी सिंचाई कवर के, कई फसलों को उगाने के लिए वार्षिक जून-सितंबर की बारिश पर निर्भर करती है। इस बीच मानसून के जल्दी दक्षिणी तट से टकराने की खबर काफी राहत भरी होने वाली है।
हर साल 1 जून को आता है मानसून
बता दें कि गर्मियों की बारिश आमतौर पर 1 जून के आसपास केरल राज्य के सबसे दक्षिणी तटों पर शुरू होती है और जुलाई के मध्य तक पूरे देश में फैल जाती है। मानसून के समय से आने से चावल, मक्का, कपास, सोयाबीन और गन्ने जैसी फसलों की बुवाई शुरू हो जाती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को कहा कि केरल में मानसून की शुरुआत 27 मई को होने की संभावना है। पिछले साल, मानसून 30 मई को केरल के तट पर पहुंचा था और कुल मिलाकर गर्मियों की बारिश 2020 के बाद से सबसे अधिक थी। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने पिछले महीने 2025 में लगातार दूसरे साल औसत से अधिक मानसूनी बारिश का अनुमान लगाया था।