कोरिया/विराट दुबे: आये दिनों राज्य में पटवारियो द्वारा आम नागरिकों से लेंन देंन की खबरे सामने आती रहती है जिसे लेकर वर्तमान की विष्णुदेव सरकार भी सख्त है लेकिन पटवारियों का रुतबा सरकार के निर्देश से ऊपर है,एक तरफ जहां स्वयं मुख्यमंत्री भी आम जनता के कार्यो को लेकर सजग है और आये दिनों समाधान शिविर के माध्यम से मिल रही शिकायतों को लेकर पटवारी और कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही करने पर मजबूर है वही कोरिया जिले के नय नवेले तहशील बचरापोंडी के कुछ पटवारियों की उगाही चरम सीमा पर है,चाहे ग्रामीणों को नक्शा बनवाना हो या फिर पट्टे में जुड़वाना हो नाम,पटवारियों का एक ही जवाब होता है कि ऊपर सहाब को देना होता है खर्चा,आखिर इनके ऊपर साहब है कौन? जिनके नाम से इस तहशील के कुछ पटवारी मुख्यमंत्री के कार्यवाही से बेख़ौफ़ होकर इतने हिम्मती हो गए कि वे सीधे तौर पर फर्जी पट्टा बनवाने तक का दावा तक कर देते है,एक तरफ जहां सरकार सुशासन तिहार के माध्यम से जनता के छोटे से छोटे तकलीफ को समाधान शिविर के माध्यम से खत्म करने का दावा कर रही है वही दूसरी ओर इस तहशील के कुछ पटवारी बेख़ौफ़ होकर मुख्यमंत्री एंव उनकी इस महत्वकांक्षी योजना सुशासन तिहार का मख़ौल बनाने में ज़रा भी कोताही नही बरत रहे,यहां तक की कुछ पटवारियो ये तक मानना है कि यदि प्रशासन कार्यवाही कर भी ले तो भी उनकी पुस्तैनी राईस मिल और अन्य व्यपार चलता रहेगा जिससे उनके शान और शौकत के जीवन शैली में ज़रा भी फर्क नही पड़ने वाला है,अब देखने वाली बात यह है कि आखिर इस तरह के पटवारी जो जनता के टैक्स से सैलरी लेकर भी जनता के छोटे से छोटे कार्यो हेतु ऊपर के अधिकारियो के नाम पर बेख़ौफ़ रिश्वत लेने ने जरा भी नही झिखकते उनपर कार्यवाही आखिर कब होगी?,ऐसे रिश्वतखोर कुछ पटवारियों के लेंन देन की विडीयो हमारे समाचार के माध्यम से जल्द आपके समक्ष पेश किया जाएगा ताकि आप स्वयं यह फैशला कर सके कि आखिर इन रिश्वतखोर पटवारियों जो कि जनता द्वारा दिये जा रहे टेक्स के माध्यम से सैलरी लेकर उनसे से रिश्वत लेनी की हिमाकत करने से ज़रा भी कोताही नह बररते नही उन पर क्या कार्यवाही की जाए,