मंत्री का खेत पहुंचकर कुर्सी लगाकर धान रोपाई करना और सोशल मिडिया पर तस्वीर साझा करना लोगों के लिए बना चर्चा का आलोचना का विषय,एक बार फिर सोशल मीडिया में हुई ट्रोल,
The minister reaching the farm, sitting on a chair and planting paddy and sharing the picture on social media became a topic of discussion and criticism for the people, once again he was trolled on social media,

क्या मंत्री बनने से पहले कभी कोई इस तरह की फोटो मंत्री ने सोशल मीडिया पर साझा की थी यह भी लोगों के सवाल है?
सूरजपुर/कौशलेन्द्र यादव प्रदेश की एकमात्र महिला मंत्री महिला बाल विकास विभाग की मंत्री अपने खेत पहुंचकर कुर्सी लगाकर धान रोपाई कर रही हैं और इस समय वह कैमरे से तस्वीर भी खिंचवाती हैं और जिसे उनके सहायक सोशल मीडिया पर साझा कर इस विषय को मंत्री जी का जमीन और संस्कृति से जुड़ाव साबित करते हैं और इसे व्यस्ततम समय में से समय निकालकर परम्परा निभाने का एक संस्कार बताते हैं। मंत्री जी ने धान की रोपाई अपने ही खेत में पहुंचकर की और उन्होंने अपने परंपरागत व्यवसाय या कार्य को सम्पन्न कर एक पारिवारिक जिम्मेदारी का भी निर्वाहन किया इस विषय को लेकर कोई बात सामने नहीं आई लेकिन उनके द्वारा इस क्षण की तस्वीरों को सोशल मीडिया में साझा करना चर्चा का विषय बन गया है और लोग अलग अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं सोशल मिडिया में और इसे लोकप्रियता के लिए किया गया एक प्रचार बता रहे हैं और इसकी आवश्यकता से वह इंकार कर रहे हैं। प्रदेश की महिला बाल विकास विभाग की मंत्री सोशल मिडिया पर विधायक बाद में मंत्री बनते काफी सक्रिय हुईं हैं और लगातार उनकी सक्रियता बढ़ रही है सोशल मिडिया में यह लोगों का मानना है लेकिन लोगों का यह भी कहना है कि व्यस्ततम समय के बावजूद मंत्री जी को रील बनाने का उसे सोशल मिडिया में पोस्ट करने का मौका मिल जा रहा है यह काफी आश्चर्य जनक है क्योंकि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा सत्र के दौरान वह एक सवाल के जवाब के दौरान निरुत्तर हुईं और विधानसभा अध्यक्ष के हस्तपेक्ष के बाद उनका सवाल से पीछा छूट सका। अब सवालों से घिरकर और निरुत्तर होकर सवाल को बेहतर परिणाम में तब्दील करने का कोई उपक्रम न करके मंत्री जी रील बनाकर सोशल मिडिया पोस्ट से परम्परा निभाने के हिसाब से समर्थन जुटाने में लगी हैं जिसको लेकर मामला सुर्खियों में है और लोगों का कई तरह से इस विषय पर राय सोशल मीडिया में ही सामने आ रहा है। मंत्री जी का कुर्सी पर बैठकर धान रोपाई करना भी चर्चा का विषय है और लोग इस विषय में यह भी कहने से नहीं हिचक रहे हैं कि मंत्री बनने के बाद कुर्सी का मोह ऐसा बढ़ा कि धान के खेत तक कुर्सी लेकर मंत्री जी पहुंच रहे हैं और वह कुर्सी कोई और न छीन ले इसलिए ऐसा कर रही हैं।
कुल मिलाकर मंत्री जी का धान रोपाई करने वाली कुर्सी पर बैठी तस्वीर इस समय चर्चा का विषय है और प्रतिक्रियाएं जो आ रही हैं इस तस्वीर को देखकर वह कम से कम उनके लिए पसंद का विषय नहीं होंगी यह कहा जा सकता है। मंत्री जी रील बनाकर सोशल मीडिया में उसे साझा करने में हाल फिलहाल में माहिर हुई हैं वैसे माना जाता है यह काम निज सहायकों का होता है लेकिन उनकी ही आईडी पर सोशल मिडिया पर डाली गई तस्वीरें और उससे संबंधित विषय ज्ञान यह भले ही जतला देता है कि यह उनका प्रयास नहीं है उनके सहायकों का प्रयास है लेकिन आईडी उनकी होने का कारण कई बार ऐसे मामलों में ट्रोल होने की स्थिति बनती है जो मंत्री जी हो रही हैं। वैसे जिस अंदाज में सोशल मीडिया पोस्ट के लिए छत्तीसगढ़िया भाषा न उपयोग किया गया वह भी लोगों के अनुसार सरगुजा क्षेत्र में बोली जाने वाली सरगुझिहा भाषा से भिन्न है और वह निश्चित रूप से निज सहायकों की भाषा में उनकी विचारों की अभिव्यक्ति है जिसका माध्यम मंत्री जी की आईडी है वह भी सोशल मीडिया आईडी।
कांग्रेस का तंज,रोपा लगाने किसने किया पुश-
महिला बाल विकास विभाग की मंत्री का धान के खेत में कुर्सी पर बैठकर रोपा लगाना और इस समय की तस्वीर खिंचवाकर उसे सोशल मिडिया पर साझा करना प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के लिए भी एक मुद्दा बन गया है जिसे लेकर कांग्रेस के अधिकारिक सोशल मिडिया हैंडल से एक पोस्ट जारी हुआ है जिसमें लिखा है कि क्या गांव की बूढ़ी अम्मा रोपा लगाने जाएगी तो कुर्सी और कैमरा साथ लेकर जाएगी,इन्हें किसने रोपाई के लिए पुश किया यह कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस के तंज के पीछे की वजह मंत्री जी की सोशल मिडिया तस्वीर है जिसमें वह एक तरफ धान रोपाई कर रही हैं वह भी कुर्सी पर बैठकर और दूसरी तरफ कोई कैमरा लिए उनकी तस्वीर खींच रहा है और उसे उनकी सोशल मिडिया आईडी पर साझा किया जा रहा है।
जमीन से नहीं है जुड़ाव कुर्सी से है प्यार इसलिए कुर्सी लेकर पहुंची धान रोपाई करने आम लोगों की है राय-
प्रदेश की एकमात्र महिला मंत्री का अपने धान के खेत में धान रोपाई किया जाना और वह भी कुर्सी पर बैठकर धान रोपाई किया जाना उसकी तस्वीर को सोशल मिडिया पर साझा करना लोगों के लिए भी आलोचक बनकर आलोचना का विषय बन गया है,लोगों का कहना है कि मंत्री जी का लगाव जमीन से नहीं रह गया है उनका जुड़ाव कुर्सी से हो चुका है जिसके कारण वह धान के खेत में भी कुर्सी लेकर पहुंच रही हैं और रोपाई के दौरान फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया में साझा कर रही हैं।सोशल मीडिया में इस समय मंत्री जी के इस पोस्ट के बाद लोगों की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ सी आई हुई है और लोग इसे इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया देने से पीछे नहीं हट रहे हैं और प्रतिक्रियाएं भी आलोचना वाली हैं।लोगों की प्रतिक्रियाओं में यह भी देखने को मिला कि उन्होंने लिखा है कि गांव की महिलाएं कीचड़ में और मंत्री जी कुर्सी पर यह जमीन से जुड़ाव कैसे जब अन्य कीचड़ में हैं और वह कुर्सी पर।
सस्ती लोकप्रियता और आने वाले चुनाव की पूर्व तैयारी का है मामला ऐसा भी कह रहे लोग-
लोगों की प्रतिक्रियाओं में यह भी देखने को पढ़ने को मिल रहा है कि लोग इसे सस्ती लोकप्रियता बटोरने का माध्यम मान रहे हैं और उनका कहना है कि इस तरह मंत्री जी आने वाले चुनाव के लिए तैयारी भी कर रही हैं और वह इस तरह जनता को अपने क्षेत्र के भावनात्मक रूप से खुद के साथ जोड़े रखना चाहती हैं जिससे उन्हें आने वाले चुनाव में बिना मेहनत अच्छा समर्थन मिल सके और वह चुनाव आसानी से जीत सकें, उनका प्रयास केवल और केवल राजनीतिक उद्देश्य पूर्ति वाला है यह लोगों का मानना है।