ग्राम पंचायत खाड़ापारा में कोल माइंस प्रस्ताव को लेकर बवाल,नेता का विवादित बयान वायरल
Uproar over coal mine proposal in Gram Panchayat Khadapara, leader's controversial statement goes viral

सूरजपुर/कौशलेंद्र यादव। ग्राम पंचायत खाड़ापारा स्थित प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड – भास्करपारा कोल माइंस के संबंध में ग्राम पंचायत से प्रस्ताव मांगे जाने को लेकर सोमवार को ग्रामीणों ने जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। इस आंदोलन का नेतृत्व बसपा से निष्कासित नेता नरेंद्र साहू ने किया।धरना-प्रदर्शन के बाद साहू का विवादित बयान पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा—
“यदि कोई भी सरपंच ग्राम पंचायत का प्रस्ताव देगा तो उसका हाल नेपाल जैसा होगा। जैसे वहाँ के प्रधानमंत्री देश छोड़कर भागे थे, वैसे ही तुम्हें भी यहाँ से भागना पड़ेगा। कान खोलकर सुन लो।”
उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। पंचायत प्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने इसे सीधी धमकी करार देते हुए लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर हमला बताया।
ग्रामीणों में आक्रोश
धरना-प्रदर्शन में शामिल ग्रामीणों का कहना था कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपने संवैधानिक अधिकार का प्रयोग कर रहे थे, लेकिन नेता का धमकीभरा बयान न केवल भय का माहौल पैदा करता है बल्कि स्थानीय लोकतंत्र की जड़ों को भी कमजोर करता है। ग्रामीणों ने इसे गंभीर चिंता का विषय बताते हुए प्रशासन से तत्काल संज्ञान लेने की मांग की।
सरपंच से मारपीट
आंदोलन समाप्त होने के कुछ ही देर बाद माहौल और गरमा गया। जानकारी के अनुसार, कुछ लोग शोर-शराबे के साथ ग्राम सरपंच रामधारी सिंह के घर पहुँच गए। उस समय सरपंच तबीयत खराब होने के कारण आराम कर रहे थे, लेकिन उन्हें जबरन बाहर बुलाया गया और बाहर आते ही उनके साथ मारपीट की गई।
बताया जाता है कि इस दौरान बसपा से निष्कासित नेता नरेंद्र साहू भी मौके पर मौजूद थे, लेकिन उन्होंने न तो किसी को रोकने का प्रयास किया और न ही बीच-बचाव किया।
खबर लिखे जाने तक इस पूरे मामले को लेकर थाने में किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं की गई थी। अब देखना होगा कि प्रशासन इस घटनाक्रम पर क्या कदम उठाता है।